नए साल की शुरुआत से ही सोने की क़ीमतों में ज़बरदस्त उछाल है जो आने वाले दिनों में भी जारी रहेगा. दुनियाभर से आ रही युद्ध की ख़बरों और बाज़ार की अनिश्चितता के बीच सोने की क़ीमतों में तेज़ी आई है. पहले रूस-यूक्रेन, फिर इज़रायल-हमास और अब ईरान-इज़रायल के बीच शुरू हुए नए संघर्ष के बीच सोने के भाव में तेज़ी का सिलसिला जारी है. इंटरनेशनल मार्केट में भी सोने की क़ीमतों में ज़बरदस्त तेज़ी का अनुमान जताया जा रहा है.
US Fed के रेट कट से 3000 डॉलर प्रति औंस तक पहुंचेगा सोना
बीते दिनों गोल्ड में जिस तरह की तेज़ी देखी जा रही है उसके हिसाब से सोना जल्द ही लखटकिया हो जाएगा. रिसर्च फर्म सिटी (Citi) ने सोने की क़ीमतों को लेकर जारी अपने अनुमान में कहा है कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व (US Fed) के रेट कट और ट्रेज़री रैली से अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में सोने का भाव (Gold Rate) 3,000 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच सकता है और ये उछाल 6 से 18 महीने में देखने को मिल सकता है. यानि 2025 के अंत तक सोने की क़ीमतें 1 लाख रुपए प्रति 10 ग्राम तक पहुंच जाएंगी. ऐसे में इनवेस्टर्स की बल्ले-बल्ले होने वाली है क्योंकि सोने की कीमतों पर एक्सपर्ट्स की राय इस बात पर पूरी तरह से मुहर लगा रही है.
सोने की क़ीमत का इंटरनेशनल गणित
इंटरनेशनल मार्केट में सोने की ख़रीद-फरोख़्त औंस में होती है और 1 औंस में क़रीब 28 ग्राम होता है. अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में 1 औंस सोने की क़ीमत 2300 डॉलर के आस-पास है और भारत में 10 ग्राम सोने का भाव 75 हज़ार के पार पहुंच गया है. इसके हिसाब से जब इंटरनेशनल मार्केट में 2025 के अंत में सोने का भाव 3 हज़ार डॉलर के करीब पहुंच जाएगा तब भारतीय बाज़ार में सोना लखटकिया हो जाएगा.
2025 के अंत तक लखटकिया हो जाएगा सोना
तूफ़ानी तेज़ी के साथ भारत में सोने की क़ीमत 75 हज़ार रुपए प्रति 10 ग्राम के करीब पहुंच चुकी है. शादियों के सीज़न में सोने के भाव में ज़बरदस्त तेज़ी देखी जा रही है. सिटी ग्रुप की एक रिपोर्ट के मुताबिक़ आने वाले दिनों में Gold Price में 25 परसेंट की तेज़ी देखने को मिल सकती है. जिसके हिसाब से अगले साल के अंत तक हर हाल में सोने की कीमतें 1 लाख रुपए प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकती हैं.
भारत में 3 महीने में 16 परसेंट बढ़ गए दाम
एक रिपोर्ट के मुताबिक बीते 3 महीने में भारत में सोने के दाम में 16 परसेंट की तेज़ी आई है, और उसमें भी बीते डेढ़ महीने में इसकी क़ीमत सबसे ज़्यादा बढ़ी है. आंकड़ों के मुताबिक़ अंतरराष्ट्रीय मार्केट में बीते 1 महीने में सोने की क़ीमतों में क़रीब 15 परसेंट की तेज़ी देखी गई है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक़ रूस-यूक्रेन युद्ध और इज़रायल-हमास के बीच जारी घमासान से दुनिया में जो अनिश्चितता का माहौल बना वो सोने की क़ीमतों को हवा दे रहा था. लेकिन हाल ही में इज़रायल और ईरान के बीच छिड़े ताज़ा संघर्ष के बाद तो सोने की क़ीमतें आसमान छू रही हैं और इस ट्रेंड के आगे भी जारी रहने की उम्मीद है.
इनवेस्टमेंट का सुरक्षित विकल्प माना जाता है सोना
सोना (Gold) ना केवल गहने के रूप में बल्कि इनवेस्टमेंट के लिए भी बेहतर विकल्प माना जाता है. जब वैश्विक स्तर पर हलचल बढ़ती है, भू-राजनीतिक तनाव बढ़ता है या यूं कहें कि दुनिया भर के बाज़ारों में अनिश्चितता बढ़ती है तो इनवेस्टर्स सोने की तरफ भागते हैं. एक्सपर्ट्स को उम्मीद है कि अभी सोने के दाम में और तेजी आएगी, क्योंकि लोग सुरक्षित निवेश के तौर पर गोल्ड में इनवेस्टमेंट को अहमियत दे रहे हैं.