शास्त्रों में हर महीने की शुक्ल और कृष्ण और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी को प्रदोष व्रत करने का विधान है। प्रदोष व्रत कलियुग में अति मंगलकारी और शिव कृपा प्रदान करने वाला माना जाता है। इस व्रत करने से संतान, सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है, साथ ही कर्ज से भी मुक्ति मिलने, और धन धान्य प्राप्ति की भी मान्यता है। इसके साथ ही साथ ही मनुष्य के सभी पाप धुल जाते हैं और उन्हें शिव धाम की प्राप्ति होती है.
प्रदोष काल क्या है?
प्रदोष व्रत में पूजा का एक निश्चित समय होता है. इस व्रत में शिव जी की पूजा शाम को सूर्यास्त से 45 मिनट पहले और सूर्यास्त के 45 मिनट बाद तक की जाती है. यही प्रदोष काल होता है जिसका वर्णन शास्त्रों में भी मिलता है. मान्यता है कि इस काल में भगवान शिव कैलाश पर्वत के रजत भवन में नृत्य करते हैं और देवता उनके दर्शन करते हुए उनकी स्तुति भी करते हैं। प्रदोष काल एक पवित्र काल है जो भगवान शिव की साधना के लिये बहुत ही शुभ है.
बुध प्रदोष व्रत का महत्व
जो प्रदोष व्रत बुधवार के दिन पड़ता है उसे बुध प्रदोष कहते हैं। अगर आप कर्ज से पीड़ित हैं तो इसके निवारण के लिए भी बुध प्रदोष व्रत बेहद महत्वपूर्ण और पुण्य फलदायी है। इस दिन व्रत करके कोई भी व्यक्ति अपने बच्चों की बुद्धि और स्वास्थ्य को ठीक कर सकता है। इसके अलावा संतान प्राप्ति के लिए भी प्रदोष व्रत बेहद ही शुभ माना गया है.
कर्ज से मुक्ति दिलाता है बुध प्रदोष व्रत?
बुध प्रदोष के दिन महादेव, पार्वती और गणेश जी की पूजा की जाती है। मान्यता है कि गणेश जी बुद्धि के दाता हैं और बुधवार के दिन गणेश जी को दूब यानि दूर्वा ज़रूर चढ़ानी चाहिए इससे उनकी कृपा आप पर बनी रहेगी। अगर आप हर बुधवार को 21 दूर्वा गणेश जी को चढ़ाएंगे तो आपके जीवन में कभी परेशानियां नहीं आएंगी, कर्ज से हर हाल में मुक्ति मिलेगी.
बुध को ग्रहों का राजकुमार भी कहा जाता है और ज्योतिष के अनुसार कन्या और मिथुन राशि का स्वामी भी बुध है। मान्यता है कि बुध बुद्धि, एकाग्रता, वाणी, त्वचा, सौंदर्य और सुगंध का कारक भी है। अगर कुंडली में बुध सही है तो सब ठीक रहता है और अगर बुध कमजोर हो तो खुशियां मुंह मोड़ लेती हैं। अगर आपके जीवन में भी परेशानियों ने डेरा डाल लिया है तो बुधवार के दिन कुछ उपाय करने चाहिए.
बुधवार को हरे रंग की चीजों का प्रयोग करना शुभ होता है। अगर आपका बुध कमजोर है तो हमेशा अपने पास हरे रंग का रुमाल रखें, बुधवार के दिन किसी जरूरतमंद को हरी मूंग की दाल दान करें, गाय को हरा चारा खिलाएं और चारा ना मिले तो उसकी जगह पालक खिलाएं। मान्यता है कि जीवन में लगातार आ रही परेशानियों से छुटकारा पाने के लिए बुधवार के दिन अपने वजन के बराबर घास खरीदकर गौशाला में दान करनी चाहिए, ऐसा साल भर में कम से कम एक बार अवश्य करें. अगर बुध प्रदोष के दिन इस उपाय को करें तो और भी शुभ होता है और उत्तम फल मिलता है.
बुध दोष से पीड़ित हैं तो मां दुर्गा की आराधना करें। रोजाना ‘ओम ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे’ मंत्र का 5, 7, 11, 21 या 108 बार जाप करें। बुध दोष निवारण के लिए सोने के आभूषण पहनना फायदेमंद होता है। बुध के दुष्प्रभाव को कम करने के लिए घर की पूर्व दिशा में लाल रंग का झंडा भी लगा सकते हैं.
बुध दोष को दूर करने के लिए हाथ की सबसे छोटी उंगली यानि कनिष्ठा में पन्ना धारण करना काफी लाभकारी माना जाता है, लेकिन इसके लिए किसी पंडित या ज्योतिष की सलाह लेना बेहद ज़रूरी है तभी आप इसे पहनें। जीवन में सौभाग्य की प्राप्ति के लिए इन उपायों को बुध प्रदोष को करेंगे तो और भी कल्याणकारी होगा। प्रदोष व्रत को करने से स्त्रियों का सुहाग अटल रहता है। व्रत करने वाली स्त्री या पुरुष जिस भी कामना को लेकर इस व्रत को करते हैं उनकी सभी मनोकामनाएं महादेव पूरी करते हैं।