इनवेस्टमेंट का एक ऐसा ऑप्शन जो इक्विटी फंड्स की तुलना में कम जोखिम भरा है और इसका इक्विटी बाजार के उतार चढ़ाव से भी कोई मतलब नहीं। यानि एक ऐसा फंड जिसमें इन्वेस्टमेंट करना सुरक्षित होने के साथ-साथ रिटर्न भी बेहतर मिलता है। हम बात कर रहे हैं डेट फंड की जो सुरक्षित होने के साथ-साथ इक्विटी फंड से ज्यादा रिटर्न देता है। अगर आप अभी से भविष्य की प्लानिंग करना चाहते हैं तो डेट फंड में निवेश करके फिक्स्ड डिपॉजिट की तरह अच्छा रिटर्न पा सकते हैं जो पूरी तरह से सुरक्षित भी होगा।
जब भी हम इनवेस्टमेंट की बात करते हैं तो मन में सबसे पहले एक ही ख्याल आता है, ये कितना सुरक्षित है? और इससे फायदा कितना होगा। अगर हम सुरक्षित इनवेस्टमेंट की बात करें तो डेट फंड (Debt Fund) एक बेहतर ऑप्शन है।
डेट फंड को लिक्विड फंड भी कहा जाता है क्योंकि इसमें लिक्विडिटी की कोई समस्या नहीं होती। इसका मतलब ये कि आप अपना पैसा कभी भी निकाल सकते हैं।
डेट फंड क्या है?
डेट फंड (Debt Fund) म्यूचुअल फंड में निवेश की एक कैटेगरी है। डेट म्यूचुअल फंड फिक्स्ड इनकम सिक्योरिटी में पैसा लगाते हैं, इनमें बॉन्ड, गवर्नमेंट सिक्योरिटी, ट्रेजरी बिल और नॉन-कन्वर्टिबल डिबेंचर जैसे प्रोडक्ट शामिल हैं यानी इसके जरिए सुरक्षित जगहों पर निवेश किया जाता है। आमतौर पर डेट फंड की तय मेच्योरिटी डेट होती है और यहां पैसा इक्विटी फंड के मुकाबले सुरक्षित होता है
डेट फंड में रिटर्न आमतौर पर हमेशा एक जैसा रहता है यानि ज्यादा उतार चढ़ाव नहीं रहता है। डेट फंड्स पर स्टॉक मार्केट के उतार-चढ़ाव का भी असर नहीं पड़ता है। ऐसे में अगर आपको इन्वेस्टमेंट करने में डर लगता है तो ये आपके लिए सुरक्षित ऑप्शन है, कुछ समय के लिए फाइनेंशियल प्लानिंग करना चाहते हैं जो सुरक्षित भी हो तो डेट फंड में निवेश करना आपके लिए बेहतर विकल्प होगा। डेट फंड में आप दूसरे इन्वेस्टमेंट ऑप्शन्स के मुकाबले कम पैसों में भी निवेश कर सकते हैं। ज्यादातर देखा गया है कि इन्वेस्टर्स डेट और म्यूचुअल फंड स्कीम्स को ही चुनते हैं क्योंकि इससे TDS पर कोई असर नहीं पड़ता।
बेहतर रिटर्न के साथ आपका पैसा रहेगा सुरक्षित
लंबी अवधि के इनवेस्टमेंट में कई डेट फंड्स ने बैंक FD के मुकाबले 1.5% से 2% ज्यादा रिटर्न दिया है। डेट फंड में अगर आप इनवेस्टमेंट करते हैं तो आपको बेहतर रिटर्न मिलेगा, हम ऐसा बार-बार इसलिए कह रहे हैं क्योंकि म्यूचुअल फंड में इन्वेस्टमेंट सबसे ज्यादा फायदा देने वाला सौदा माना जाता है और ऐसा अक्सर होता है कि फिक्स्ड डिपॉजिट के मुकाबले डेट म्यूचुअल फंड में ज्यादा रिटर्न मिलता है। डेट फंड से मिलने वाला पैसा टैक्स के दायरे में आता है। डेट फंड को 3 साल के बाद भुनाने पर लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स लगता है। 3 साल के पहले डेट म्यूचुअल फंड यूनिट्स को बेचने के बाद जो मुनाफा होता है उसपर शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन टैक्स चुकाना पड़ सकता है।
ग्लोबल डेट फंड
डेट फंड में इन्वेस्टमेंट का दायरा भी काफी बड़ा है। कई देश सरकार की वित्तीय नीतियों को समर्थन देने के लिए डेट फंड में इन्वेस्टमेंट की पेशकश करते हैं। अगर आप विदेशी डेट फंड में इनवेस्टमेंट की सोच रहे हैं तो उस देश के आर्थिक हालात को भी आपको समझना होगा। सरकारी डेट फंड्स के जोखिम और रिटर्न में अंतर होता है जो इस बात पर निर्भर करता है कि उस देश का राजनीतिक और आर्थिक वातावरण कैसा है। इक्विटी फंड्स की तरह ही ग्लोबल डेट फंड को भी इनवेस्टमेंट का अच्छा साधन माना जाता है जो इक्विटी फंड्स के मुकाबले सुरक्षित भी है और बेहतर रिटर्न का विकल्प भी देता है। यानि अब आप जब भी इनवेस्टमेंट करें तो डेट फंड के फायदे को ध्यान में रखें