जो लोग ये मानते हैं कि मार्केट में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की धमक बढ़ने से लोगों की नौकरियों पर खतरा है तो ऐसा बिल्कुल नहीं है। भारत में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) या मशीन लर्निंग (ML) से संबंधित नौकरियों में तेज़ी देखी जा रही है और पिछले साल की तुलना में इस साल मार्च में इस क्षेत्र में नौकरियों में 12 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।
जब से AI ने काम-काज की दुनिया में कदम रखा है तब से ही लोगों के मन में ये सवाल उठने लगा है कि उनकी नौकरी खतरे में है लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है। हम सबने ये महसूस किया है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial Intelligence) ने जैसे ही देश-दुनिया में कदम रखा उसी के बाद से लोगों में ये चर्चा आम हो गई कि AI उनकी नौकरी पर खतरा बनकर बाज़ार में आया है। अधिकतर लोगों के मन में सवाल उठने लगा कि क्या AI इंसानों की नौकरी खा जाएगा? क्या AI के आने से बेरोजगारी बढ़ जाएगी? लेकिन यहां तो मामला पूरा उलटा है, एक रिपोर्ट के मुताबिक, AI से देश में 12% रोजगार के मौके पैदा हुए हैं। वहीं आगे भी ऐसे अवसर बढ़ने की उम्मीदें हैं।
AI नहीं ले रहा है आपकी नौकरी
ये बात सही है कि जब भी कोई मशीनी एक्सपर्ट बाज़ार में आता है तो उस काम को करने वाले लोगों की मांग कम हो जाती है लेकिन उस मशीन को बनाने, समय-समय पर उसे अपडेट करने और उसका एडवांस वर्जन बनाने जैसे काम के लिए नए रोजगार के अवसर पैदा होते हैं। इसी फॉर्मूले पर AI ने जहां कई लोगों की नौकरी खाई है तो कई लोगों को नौकरी भी दी है। भारत में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) या मशीन लर्निंग (एमएल) से जुड़ी नौकरियों में तेजी देखी जा रही है। पिछले साल की तुलना में इस साल मार्च में इस क्षेत्र में नौकरियों में 12% की बढ़ोतरी हुई है।
AI के क्षेत्र में बढ़ रही हैं नौकरियां
नौकरी जॉब स्पीक इंडेक्स के मुताबिक मार्च में मशीन लर्निंग इंजीनियर जैसी नौकरियों के लिए भर्ती में 82% की ज़बरदस्त बढ़ोतरी हुई है, इसके अलावा फुल स्टैक डेटा वैज्ञानिक के लिए पिछले साल की तुलना में इस 20% ज्यादा लोगों की भर्तियां हुई हैं यानि AI अपने साथ नौकरियों का भी पिटारा लेकर आया है।
एक्सपर्ट्स का मानना है कि जैसे-जैसे AI की दुनिया में लोगों की नॉलेज बढ़ रही है, लोग ज्यादा से ज्यादा AI को यूज़ कर रहे हैं, इसे और एडवांस और यूज़र फ्रेंडली बनाने के लिए ज्यादा से ज्यादा इंजीनियर्स और रिसर्चर्स की जरूरत पड़ेगी। ऐसे में आने वाले दिनों में AI के क्षेत्र में भी नौकरियों की भरमार होगी। ऐसे में एक्सपीरिएंस्ड प्रोफेशनल्स और भारतीय एआई या एमएल टैलेंट की मांग से हर किसी को खुश होना चाहिए।
AI के चलते 12% बढ़े रोजगार के मौके
मार्केट में AI की एंट्री को लेकर भारत समेत पूरी दुनिया में वही माहौल है जैसा अस्सी के दशक में कंप्यूटर के आने से हुआ था। लोगों को लग रहा था कि हमारी नौकरी चली जाएगी, जो काम 10 लोग करते हैं कंप्यूटर उसे अकेले और कम समय में कर देगा जिससे लोग अपनी नौकरी से हाथ धो बैठेंगे, कुछ हद तक हुआ भी ऐसे लेकिन बाद में कंप्यूटर इंजीनियर, IT जैसे सेक्टर्स में नौकरियों की ऐसी भरमार हुई आज ये सेक्टर दुनिया का सबसे ज्यादा नौकरी देने वाला और सबसे अच्छा पेमास्टर सेक्टर है।